सेहत का रखवाला हल्दी दूध : SEHAT KA RAKHWALA HALDI WALA DUDH (TURMERIC MILK HEALTH BENEFITS) GOLDEN MILK
सेहत का रखवाला हल्दी दूध (GOLDEN MILK)
- रेणु जैन
चाहे सर्दी-जुकाम हो या फिर कहीं चोट लगी हो हमारे बुजुर्ग झट से घर में हमें हल्दी वाले दूध (Turmeric milk ) पीने की सलाह देते हैं । Corona Virus के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) ने सभी देशवासियों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के कुछ टिप्स भी दिए जिसमे एक हल्दी वाला दूध (Turmeric milk ) का सेवन करना भी है।
‘मसालों की रानी’ कही जाने वाली हल्दी सुनहरे रंग, तेज स्वाद तथा सुगंध वाली होती है । पूरे विश्व में लोग इसे अपने खाना पकाने की प्रक्रिया में शामिल करते हैं । हल्दी प्रोटीन, फाइबर, नियासिन, विटामिन-सी, विटामिन-ई, विटामिन-के, पोटेशियम, कैल्शियम, ताँबा, लोहा, मैग्निीशियम तथा जस्ता जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है । अमेरिकन केमिकल सोसायटी के जर्नल के मुताबिक हल्दी में एंटी आॅक्सीडेंट, एंटी वायरल, एंटी बायोटिक, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इन सभी पोषक तत्वों के कारण हल्दी अक्सर स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए प्रयोग की जाती है।
गौरतलब है कि 2015 में यूएस (United States) में गूगल (Google) पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला शब्द हल्दी का दूध ही था । इसी के बाद वहाँ हल्दी वाले दूध की माँग में 56 फीसदी इजाफा हुआ । विदेशों में हल्दी दूध को ‘गोल्डन मिल्क’ (Golden Milk) के नाम से रेस्टाॅरेन्ट के मेन्यू में शामिल किया गया है । भारतीय हल्दी दूध की दीवानगी सिडनी से लेकर सेन फ्रांसिस्को के रेस्टाॅरेन्ट में है । पहले जहाँ सुबह काॅफी की डिमांड हुआ करती थी वहाँ लोग अब भारतीय हल्दी दूध को तवज्जोह दे रहे हैं क्योंकि इसे पीने से सेहत को तो फायदा मिलता है अध्ययन में यह बात भी सामने आई है कि नियमित रूप से हल्दी वाले दूध के सेवन का प्रभाव कई सालों तक रहता है ।
‘अमेरिकन जर्नल आॅफ जेरियाट्रिक साइकिएट्री’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक हल्दी में पाए जाने वाला खाद्य पदार्थ ‘करक्यूमिन’ का नियमित सेवन याददाश्त् को बेहतर बनाता है । भारत में करक्यूमिन आहार में शामिल होता है इसलिए बुजुर्ग अल्जाइमर बीमारी की चपेट में कम आते हैं तथा उनकी याददाश्त् भी तुलनात्मक रूप से अच्छी होती है। हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन (Curcumin) में ऐसे गुण होते हैं जो आपका मूड भी तरोताजा रखते हैं ।
आखिर क्या है करक्यूमिन (Curcumin)
हल्दी में पाए जाने वाले रसायन करक्यूमिन में ढेरों ऐसे गुण हैं जो गठिया एवं मनोभं्रश जैसी बीमारियों के इलाज में प्रभावी हैं । ब्रिटेन के काॅर्क कैंसर रिसर्च सेंटर में हाल में किए गए परीक्षण में पाया गया कि प्रयोगशाला में जब करक्यूमिन (Curcumin) का प्रयोग किया तो उसने गले की कैंसर (Cancer) कोशिकाओं को नष्टकर दिया । कैंसर इंमाॅर्मेशन की निदेशक लैज्जी बाॅकर कहती हैं कि ये बड़ा रोचक शोध है क्योंकि गले के कैंसर की दर सत्तर के दशक की तुलना में दोगुनी से भी हो गई । ऐसे में ऐसा शोध संभावना जगाता है कि गले के कैंसर के नए इलाज विकसित हो सकते हैं ।
स्वस्थ हड्डियाँ (STRONG BONES)
रोजाना हल्दी वाला दूध पीने से पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलता है । हड्डियाँ स्वस्थ तथा मजबूत रहती हैं । गठिया तथा सूजन से निजात दिलाकर हल्दी दूध जोड़ों तथा पेशियों को लचीला बनाकर दर्द को कम करने में भी सहायक होता है ।
चमकदार त्वचा (GLOWING SKIN)
हल्दी वाला दूध त्वचा में प्राकृतिक चमक पैदा करता है । हल्दी का एंटीसेप्टिक गुण त्वचा की समस्याओं, इंफेक्शन, खुजली, मुँहासे आदि के बैक्टीरिया को धीरे-धीरे खत्म कर देता है । यही वजह है कि त्वचा स्वस्थ तथा चमकदार दिखाई देती है ।
पाचन तंत्र सुधारे (IMPROVES DIGESTION)
हल्दी वाले दूध का सेवन आपकी आँतों को स्वस्थ रखकर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है । यह पेट के अल्सर, डायरिया, अपच, कोलाइटिस एवं बवासीन जैसी समस्याओं को दूर करता है । लीवर से संबंधित बीमारियों से रक्षा करने के अलावा हल्दी दूध लीवर को मजबूत बनाता है ।
शरीर के ब्लड को पतला रखता है
आयुर्वेद के अनुसार हल्दी को ब्लड प्यूरिफायर माना गया है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को नियमित बनाता है । यह शरीर की रक्त वाहिनियों की गंदगी को साफ करने वाला होता है । इससे कोलेस्ट्राॅल की मात्रा बहुत हद तक कम हो जाती है ।
शरीर सुडौल हो जाता है (TONED BODY)
कहा जाताहै कि रोजाना एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से शरीर सुडौल हो जाता है । दरअसल गुनगुने दूध के साथ हल्दी सेवन से शरीर में जमा फैट्स घटता है । इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व सेहतमंद तरीके से वेट लाॅस में मददगार हैं ।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए (INCREASES IMMUNITY)
हल्दी में मौजूद एंटी बैक्टीरिया तथा एंटी फंगल शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं । मौसमी बीमारियों से हमें बचा कर रखने वाला हल्दी दूध शरीर के छोटे-मोटे दर्द से भी छुटकारा दिलाता है ।
घाव जल्दी भरे (HELPS IN QUICK HEALING OF WOUNDS)
हल्दी कई सालों से एक एंटीसेप्टिक की तरह उपयोग में लाई जाती है । कहीं पर भी हुए घाव पर हल्दी लगाने से खून बंद हो जाता है तथा घाव भी जल्दी भर जाते हैं।
कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करे (DESTROYS CANCER GERMS)
हल्दी का दूध कैंसर को बढ़ाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देता है तथा इन्हें बढ़ने से रोकता है ।
जब नींद न आए (REDUCES INSOMNIA)
यदि आपको नींद नहीं आ रही है तो बस सोने के आधे घंटे पहले हल्दी वाला दूध पीएँ और देखिए कमाल ।
शादी की एक रस्म हल्दी की (IMPORTANT PART OF INDIAN WEDDING RITUALS)
भारतीय संस्कृति में हल्दी इतनी शुभ मानी जाती है कि दूल्हा-दुल्हन को पीले रंग के वस्त्र पहनाकर तथा हल्दी लगाकर हल्दी लगाने की रस्म को पूरा करते हैं । ऐसा भी कहा जाता है कि हल्दी का रंग आसानी से नहीं जाता है इसलिए वर-वधू के प्यार का रिश्ता हल्दी की तरह अटूट रहता है ।
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