साइबर बुलिंग की गिरफ्त में बच्चे CYBER BULLYING ARTICLE IN HINDI

साइबर बुलिंग की गिरफ्त में बच्चे
- रेणु जैन


Cyber bullying kya hai what is cyber bullying in hindi


What is Cyber bullying ? साइबर बुलिंग क्या है ?  

साइबर बुलिंग Cyber Bullying यानीे गंदी भाषा, तस्वीरों या धमकियों  से इंटरनेट (Internet) पर तंग करना । साइबर बुलिंग को ऑनलाइन रैगिंग (Online Ragging ) भी कहा जा सकता है। जानकारों के अनुसार साइबर बुलिंग Cyber Bullying एक तरह का ऐसा बर्ताव है जो ऑनलाइन किया जाता है । इसमें झूठी अफवाहें और गंदी तस्वीरों के द्वारा बच्चों को टाॅर्चर (torture) किया जाता है । 

     कई बार ऑनलाइन गेम्स भी बच्चों पर साइबर बुलिंग जैसा बर्ताव करते हैं । साइबर बुलिंग खतरनाक तब साबित होता है जब बच्चे इससे जुड़ी बातें अपने माता-पिता को नहीं बताते । आँकड़ों के अनुसार बच्चे रोज 6 से 7 घंटे सोशन नेटवर्किंग साइटों (social networking sites) पर बिताते हैं ।
 
Cyber Bullying Statistics  साइबर बुलिंग से जुड़े आंकड़े 

          हाल ही में चाइल्ड राइट्स एंड यू (CRY) ने एक शोध किया जिसमे दिल्ली NCR के 630 किशोर अवस्था वाले युवक युवतियां शामिल थे । उनमे से 9.2 % युवक युवतियो ने माना की उनके साथ हो चुकी है और उनमे से केवल आधे लोग ही अपने घर पर ,अपने शिक्षक तक या सोशल नेटवर्किंग साइट के सामने यह बात रख पाए।

        राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार महिलाओं या बच्चों के साइबरस्टॉकिंग या धमकाने के मामलों में 36% की वृद्धि हुई। 2017 में 542 मामले दर्ज थे वही  2018 में 739 मामले दर्ज हुए।  

              भारत में साल मार्च 2019 के अंत में 451 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता थे, मासिक सक्रिय इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के मामले में चीन के बाद दूसरा, इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में 'इंडिया इंटरनेट 2019' शीर्षक से कहा। 451 मिलियन मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं में से, 385 मिलियन 12 वर्ष से अधिक आयु के हैं और 66 मिलियन 5 से 11 वर्ष के आयु वर्ग में हैं, जो परिवार के सदस्यों के उपकरणों पर इंटरनेट का उपयोग करते हैं। भारत में दो-तिहाई इंटरनेट उपयोगकर्ता 12-29 वर्ष की आयु के हैं, IAMAI की रिपोर्ट में कहा गया है।

               गौरतलब है कि साइबर बुलिंग में चीन और सिंगापुर के बाद भारत तीसरे नम्बर पर है। ब्रिटिश (British) संस्था ‘एंटी बुलिंग अलायंस’ (Anti Bullying Alliance) के ताजा सर्वे के मुताबिक आधे से ज्याद बच्चे और युवा रोजाना की जिंदगी में इसका शिकार बन रहे हैं । साइबर बुलिंग बच्चों के मानसिक और शैक्षणिक विकास पर बहुत बुरा असर डाल रही है । इसके बावजूद अभिभावक और शिक्षक मानते हैं कि उनके पास इससे निपटने का तरीका नहीं है ।

Why is Cyber bullying increasing ?   साइबर बुलिंग क्यों बढ़ रही है ?   

              साइबर बुलिंग के लिए घरवाले भी काफी हद तक जिम्मेदार होते हैं । समाज में एकल परिवारों की बढ़ती तादाद भी इसकी एक बड़ी वजह है । कामकाजी दंपत्ति कम उम्र में ही बच्चों के हाथ में स्मार्टफोन (smartphone) थमा देते हैं । एक बार इंटरनेट चलाने के बाद बच्चा आसानी से अपराधियों का शिकार बन जाता है । सोचने की बात यह है कि ज्यादातर अभिभावकों के पास यह देखने का भी समय नहीं रहता है कि उनका  बच्चा स्मार्टफोन और इंटरनेट के जरिए क्या कर रहा है । साइबर अपराधी इसका फायदा उठाने से नहीं चूकते । वर्तमान समय में बच्चों के व्यवहार में बदलाव की शिकायत लेकर डाॅक्टरों के पास जाने वाले अभिभावकों की तादाद में काफी बढ़ौती हुई है । एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक स्मार्टफोन क्रांति की तरह मोबाइल फोन में लाॅन-इन और लाॅग-आॅफ की कोई व्यवस्था नहीं है । नतीजतन स्मार्टफोन वाले छात्र चैबीसों घंटे ऑनलाइन  रहते हैं । अपराधी ऐसे छात्रों में से ही अपने शिकार चुनते हैं  साइबर अपराध विशेषज्ञों के अनुसार वायरलेस तकनीक से फाइल ट्रांसफर की तकनीक आसानी से उपलब्ध होने की वजह से मामूल लापरवाही से भी फोन में दर्ज सूचनाएँ सार्वजनिक हो सकती हैं। अपराधी इसी का फायदा उठाकर संबंधित छात्रों को ब्लैकमेल करते हैं और कई मामलों में उनका यौन-शोषण भी करते हैं ।

Bad Effects of Cyber Bullying   साइबर बुलिंग के बुरे प्रभाव 

साइबर बुलिंग से कई बच्चे डिप्रेशन (Depression) के शिकार हो रहे हैं । मनोचिकित्सकों के पास काफी संख्या में ऐसे बच्चों के अभिभावक पहुँच रहे हैं । बच्चे नेट सर्फिंग तो कर लेते हैं लेकिन उसके नकारात्मक पहलू से बिल्कुल अंजान होते हैं। इस मुसीबत में खासकर वही बच्चे पड़ते हैं जो अपने अभिभावक से इस बात को शेयर नहीं करते ।

         मनोचिकित्सकों का कहना है कि साइबर बुलिंग का असर बच्चों को मारने-पीटने से भी अधिक होता है क्योंकि यह भावनात्मक रूप से चोट पहुँचाता है । यह भय और नफरत पैदा करता है । सिर्फ लड़के ही नहीं लड़कियाँ भी साइबर बुलिंग में तेजी से शामिल हो रही हैं ।

         कुछ समय पहले  बैंगलुरू की एक होनहार लड़की ने आत्महत्या कर ली कारण यह था कि उस लड़की का अपने बॉयफ्रेंड के साथ ब्रेकअप हुआ  और सुबह जब वह उठी तो लड़के ने फेसबुक पर लिखा कि मैं सुपर कूल महसूस कर रहा हूँ। मैंने अपने एक्स गर्ल फ्रेंड को छोड़ दिया है । हैप्पी इंडिपेंडेंस डे । इसी के बाद लड़की ने आत्महत्या कर ली ।

      आजकल बहुत से युवा अपने निजी जीवन का एक-एक पल फेसबुक - ट्विटर पर खुल्लम खुल्ला लिखते हैं । समाजशास्त्रियों का मानना है कि फेसबुक और ट्विटर पर आपके जीवन का हर पहलू दुनिया के सामने आ जाता है । अनजान लोगों से दोस्तियाँ भी बढ़ जाती हैं । ऐसे में साइबर बुलिंग की आशंका बढ़ जाती है ।

How to avoid Cyber Bullying ? साइबर बुलिंग से कैसे बचें ? 

  • Inform that Cyber Bullying is a crime . यह बताना की यह एक साइबर बुलिंग अपराध है   विशेषज्ञों का कहना है कि तेजी से बढ़ती इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए बच्चों के साथ ही अभिभावकों को भी जागरूक बनाना जरूरी है । कानून विशेषज्ञों की राय में साठ फीसदी लोगों को साइबर अपराध की कोई खास जानकारी नहीं होती नतीजतन ऐसे मामलों में पुलिस में शिकायत ही दर्ज नहीं कराई जाती । ऐसे लोगों को बताना होगा कि साइबर बुलिंग अपराध की श्रेणी में आता है । ज्यादातर मामलों में पीड़ित तथा अपराधी दोनों इस बात से अनजान होते हैं । इसके लिए खासकर स्कूलों में बड़े पैमाने पर संगठित अभियान चलाना जरूरी है । इसके लिए गैर सरकारी संगठनों के अलावा इंटरनेट सेवा कंपनियों को भी साथ लेना आवश्यक है।
  • ऑनलाइन दुनिया बहुत बड़ी है । इस पर नजर रखना कोई खेल नहीं है। जरूरी है आप अपने बच्चों को सिखाएँ कि वह किसी भी अनजान व्यक्ति से ऑनलाइन बात न करें और न ही उसके मैसेज का जवाब दें ।
  •  बच्चों को सिखाएँ कि कौन सी जानकारी ऑनलाइन  देनी चाहिए और कौनसी नहीं ।
  • सुरक्षित साॅफ्टवेयर का इस्तेमाल करें जिसमें पैरेंटल लाॅक (Parental Lock) की सुविधा हो । ये सुनिश्चित करें कि बच्चे वो वेबसाइट न देखें जो आप उन्हें न देखना देना चाहते हैं ।
  • कुछ क्वालिटी टाइम अपने बच्चों के साथ बिताएँ । साथ में खेलने से और काम करने से आप अपने बच्चों को अच्छी तरह समझ सकेंगे तथा यदि कोई समस्या हो तो उसका निदान अच्छे से कर पाएँगे ।
बढ़ते साइबर क्राइम और फेसबुक जैसे सोशल साइट्स पर बच्चों के रूझान को देखते हुए फेसबुक ने एक पैरेंट पोर्टल  लांच किया है जिसमें अभिभावक अपने बच्चों पर नजर रख सकेंगे । फेसबुक का यह पैरेंट्स पोर्टल भारत सहित कुल 11 देशों और 55 भाषाओं में लांच किया गया है । इस पोर्टल में बच्चों को सुरक्षित रखने के टिप्स भी दिए गए हैं । बच्चों के लिए क्या सही है और क्या गलत है इसके बारे में जानकारी भी देगा । इस पोर्टल में बच्चों के साथ होने वाले साइबर बुलिंग को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है।

Laws against Cyber Bullying in India भारत में साइबर बुलिंग के ख़िलाफ़ कानून

यह चौकाने वाली बात है की भारत में फ़िलहाल साइबर बुलिंग के लिए कोई विशेष एंटी साइबर बुलिंग कानून नहीं है।  हालाँकि निम्नलिखित साइबर कानून साइबर बुलिंग को कवर करते है : 

  • Sec.66A – Sending offensive messages through communication service, etc.
                        संचार सेवा, आदि के माध्यम से आक्रामक संदेश भेजना। 

  • Sec.66C – Identity Theft
                       
     चोरी की पहचान बनाना 

  • Sec.66D – Cheating by personation by using the computer resource

  • Sec.66E – Violation of privacy
                      गोपनीयता का उल्लंघन करना 

  • Sec.67B – Punishment for publishing or transmitting of material depicting children in any sexually explicit                         act, etc. in electronic form
                      इलेक्ट्रॉनिक रूप में किसी भी यौन कृत्य आदि में बच्चों को चित्रित करने वाली सामग्री के प्रकाशन या प्रसारण के लिए                    सजा

  • Sec.72 – Breach of confidentiality and privacy
                   गोपनीयता का उल्लंघन करना 

  • Sec.503 Indian Penal Code (IPC) – Sending threatening messages through email
                       ईमेल के माध्यम से धमकी भरे संदेश भेजना

  • Sec.509 IPC – Word, gesture or act intended to insult the modesty of a woman
                             एक महिला का अपमान करने के लिए शब्द, इशारा या कार्य
     
  • Sec. 499 IPC – Sending defamatory messages through email
                            ईमेल के माध्यम से अपमानजनक संदेश भेजना

  • Sec. 500 IPC – Email Abuse
                              ईमेल दुर्व्यवहार

               
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