जानिए ऑक्सीजन को | Oxygen Article in Hindi
Oxygen kya hai? हवा की महत्ता का अनुमान इस तरह लगा सकते हैं कि मनुष्य भोजन के बिना कई दिनों तक जीवित रह सकता है लेकिन उसे वायु यानी ऑक्सीजन नहीं मिले तो उसका जीवित रहना असंभव है । अभी तक वैज्ञानिक मान रहे थे कि साइनोबैक्टीरिया ऑक्सीजन का निर्माण करने वाले पहले सूक्ष्म जीव थे, पर अब ब्रिटेन के इंपीरियल काॅलेज (Britain Imperial College) के शोधकर्ताओं के एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि आज से करीब 3.6 अरब वर्ष पहले ही पृथ्वी पर ऑक्सीजन का निर्माण शुरू हो गया था । गौरतलब है कि मनुष्य दिन भर में जो कुछ भी लेता है, उसका 75 फीसदी भाग ऑक्सीजन ही होता है । वैज्ञानिकों के अनुसार एक सामान्य व्यक्ति हर मिनट में 15 बार साँस लेता-छोड़ता है । इस तरह वह पूरे दिन में 21,600 बार साँस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया करता है । वह प्रतिदिन 15 से 18 किलोग्राम तक ऑक्सीजन श्वास में ले लेता है । इस तरह साँस लेने और छोड़ने का संबंध हमारी आयु सीमा के साथ-साथ स्वास्थ्य स्तर पर भी गहरा प्रभाव डालता है । पृथ्वी के वायुमंडल में करीब 6 लाख अरब टन हवा है, जिसमें 78 फीसदी नाइट्रोजन होती है जबकि 21 फीसदी ऑक्सीजन तथा 0.03 फीसदी कार्बनडाॅयआॅक्साइड तथा 0.97 फीसदी अन्य गैस होती है ।
इंसान का शरीर सुचारू रूप से तभी काम कर पाता है जब उसके सभी भागों में ऑक्सीजन की पूर्ति आवश्यकतानुसार होती है । ऑक्सीजन की वजह से ही शरीर उचित तरीके से काम करता है । ऑक्सीजन की ये पूर्ति पूरे शरीर में खून के जरिए होती है । हमारे शरीर को 90 फीसदी एनर्जी ऑक्सीजन की वजह से मिलती है । यह भोजन, पानी से तो केवल 10 फीसदी की मिलती है । सामान्य तौर पर शरीर में आॅक्सीजन का स्तर 95 से 100 फीसदी तक होता है । जब शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 90 फीसदी से नीचे चला जाता है तो उसे ऑक्सीजन की कमी माना जाता है ।
लाभ ही लाभ ऑक्सीजन के | Oxygen ke faayde in Hindi
प्रातःकाल टहलने से तथा गहरी साँस लेने से फेफड़ों में ज्यादा से ज्यादा शुद्ध हवा आती है जिससे शरीर को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है । इससे रक्त प्रवाह तेज होता है तथा स्फूर्ति आती है । शुद्ध हवा से हड्डियों तथा माँसपेशियों को मजबूती मिलती है और नई कोशिकाओं का निर्माण होता है जिससे त्वचा की चमक बढ़ती है तथा उसमें निखार आता है । शुद्ध हवा का सेवन पाचन क्रिया को दुरूस्त रखता है जिससे भूख लगती है और भोजन का पाचन ठीक प्रकार से होता है । सुबह की शुद्ध हवा हमारे शरीर की अंतस्त्रावी ग्रंथियों में नवजीवन का संचार करके शरीर में लाल रक्त कणों का निर्माण करती है जिससे शरीर कांतिमय बनता है । स्वच्छ हवा के सेवन थाॅयराइड एवं एंडीनल ग्रंथियों के अच्छे स्त्राव होते हैं जो लंबी उम्र तो देते ही हैं इससे बुढ़ापा भी देरी से आता है । मनोचिकित्सकों का कहना हैकि बेचैनी तथा घबराहट के लिए खुली हवा उत्तम है तथा सुबह की स्वच्छ हवा से कई तरह के मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है । इसे अलावा टी.बी., दमा, अस्थमा तथा फेफड़ों के रोगों में सुबह की स्वच्छ हवा लाभकारी है । अनिद्रा रोग में स्वच्छ तथा निर्मल हवा रामबाण का काम करती है ।
पेड़ जो ऑक्सीजन देते हैं
इंसान का शरीर सुचारू रूप से तभी काम कर पाता है जब उसके सभी भागों में ऑक्सीजन की पूर्ति आवश्यकतानुसार होती है । ऑक्सीजन की वजह से ही शरीर उचित तरीके से काम करता है । ऑक्सीजन की ये पूर्ति पूरे शरीर में खून के जरिए होती है । हमारे शरीर को 90 फीसदी एनर्जी ऑक्सीजन की वजह से मिलती है । यह भोजन, पानी से तो केवल 10 फीसदी की मिलती है । सामान्य तौर पर शरीर में आॅक्सीजन का स्तर 95 से 100 फीसदी तक होता है । जब शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 90 फीसदी से नीचे चला जाता है तो उसे ऑक्सीजन की कमी माना जाता है ।
लाभ ही लाभ ऑक्सीजन के | Oxygen ke faayde in Hindi
प्रातःकाल टहलने से तथा गहरी साँस लेने से फेफड़ों में ज्यादा से ज्यादा शुद्ध हवा आती है जिससे शरीर को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है । इससे रक्त प्रवाह तेज होता है तथा स्फूर्ति आती है । शुद्ध हवा से हड्डियों तथा माँसपेशियों को मजबूती मिलती है और नई कोशिकाओं का निर्माण होता है जिससे त्वचा की चमक बढ़ती है तथा उसमें निखार आता है । शुद्ध हवा का सेवन पाचन क्रिया को दुरूस्त रखता है जिससे भूख लगती है और भोजन का पाचन ठीक प्रकार से होता है । सुबह की शुद्ध हवा हमारे शरीर की अंतस्त्रावी ग्रंथियों में नवजीवन का संचार करके शरीर में लाल रक्त कणों का निर्माण करती है जिससे शरीर कांतिमय बनता है । स्वच्छ हवा के सेवन थाॅयराइड एवं एंडीनल ग्रंथियों के अच्छे स्त्राव होते हैं जो लंबी उम्र तो देते ही हैं इससे बुढ़ापा भी देरी से आता है । मनोचिकित्सकों का कहना हैकि बेचैनी तथा घबराहट के लिए खुली हवा उत्तम है तथा सुबह की स्वच्छ हवा से कई तरह के मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है । इसे अलावा टी.बी., दमा, अस्थमा तथा फेफड़ों के रोगों में सुबह की स्वच्छ हवा लाभकारी है । अनिद्रा रोग में स्वच्छ तथा निर्मल हवा रामबाण का काम करती है ।
पेड़ जो ऑक्सीजन देते हैं
कहा जाता है कि वातावरण में मौजूद 70 से 80 फीसदी ऑक्सीजन समुद्री पौधे देते हैं । माना जाता है कि जमीन का अधिकांश हिस्सा समुद्री होने की वजह से ये पौधे जमीनी पौधों से ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। पीपल, नीम, बरगद तथा तुलसी दूसरे पेड़ों के मुकाबले ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं । पीपल का पेड़ 24 घंटे में से 22 घंटे से भी ज्यादा समय तक आॅक्सीजन देता है। हरे-भरे पेड़ों की पत्तियाँ एक घंटे में 5 मि.ली.ऑक्सीजन बनाती हैं । बाँस का पेड़ सबसे तेज बढ़ने वाला पेड़ होता है । हवा को साफ करने के अलावा बाँस का पेड़ अन्य पेड़ों के मुकाबले 30 फीसदी अधिक ऑक्सीजन छोड़ता है । पीस लिली का पौधा वातावरण को क्लीन करने तथा वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए घर में लगाया जाता है।
फूड्स जो ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं | Body me Oxygen badhane ke upay
ऑक्सीजन शरीर के विभिन्न अंगों के विकास के लिए बेहद जरूरी है । इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करें जो खून में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने का काम करते हैं तथा हमें सेहतमंद रखने में मदद करते हैं । अंकुरित अनाज फाइबर के भरपूर स्त्रोत होते हैं । ये रक्त में ऑक्सीजन बढ़ाने के बेहतर विकल्पों के तौर पर भी इस्तेमाल किए जाते हैं । ऐवोकैडो, किशमिश, खजूर, अदरक, गाजर तथा हरी सब्जियों में एंटी आॅक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है आम, नींबू, तरबूज तथा पपीता ऐसे फल हैं जो हमारी किडनी को साफ रखने में मदद करते हैं । विटामिन से भरपूर फल हमारे खून में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में भी सहायक होते हैं । तरबूज में भारी मात्रा में फाइबर पाया जाता है । आयरन से भरपूर आहारों के सेवन से भी आप ऑक्सीजन ग्रहण कर लेते हैं । आयरन ऑक्सीजन के प्रवाह को आपके शरीर में बढ़ाने का कार्य करता है। भरपूर पानी पीएँ । पानी भी ऑक्सीजन का अच्छा स्त्रोत है । पानी सिर्फ शरीर की सफाई ही नहीं करता बल्कि आपको ऑक्सीजन न भी देता है । सुबह में घूमना, एक्सरसाइज या योगा भी ऑक्सीजन के अच्छे स्त्रोत हैं । प्राणायाम भी ऑक्सीजन का बेहतरीन जरिया है ।
रोग जो ऑक्सीजन की कमी से होते हैं | Oxygen ki kami se hone wali bimariya
अंगों को उचित प्रकार से कार्य करने के लिए एक निश्चित स्तर तक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है । यह ऑक्सीजन हमारे रक्त के द्वारा शरीर के ऊतकों और कोशिकाओं समेत पूरे शरीर में पहुँचता है ।ऑक्सीजन का स्तर शरीर में कम हो जाए तो उस स्थिति को हाइजोफेमिया कहा जाता है, जिसका सबसे मुख्य लक्षण साँस लेने में तकलीफ के रूप में सामने आता है । शरीर के विभिन्न अंगों जैसे मस्तिष्क, लीवर और किडनी समेत अनेक अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन न मिले तो ये डेमेज भी हो सकते हैं ।
रोचक तथ्य ऑक्सीजन के | Oxygen ke baare me Facts in Hindi
- यदि 5 सेकण्ड के लिए धरती से आॅक्सीन गायब हो जाए तो दिन में अंधेरा छा जाएगा ।
- धरती बहुत ठंडी हो जाएगी ।
- धातुओं के टुकड़े बिना वेल्डिंग के आपस में ही जुड़ जाएँगे ।
- 21 फीसदी ऑक्सीजन के अचानक लुप्त हो जाने के कारण पुरी दुनिया में सबके कानों के पर्दे फट जाएँगे ।
- कांक्रीट से बनी बिल्डिंग ढेर हो जाएगी ।
- समुद्रों का सारा पानी भाप बनकर उड़ जाएगा ।
- ऑक्सीजन के वातावरण में खत्म हो जाने से हमारे पैरों तले की जमीन खिसककर 10-15 किलोमीटर नीचे चली जाएगी ।
- यदि ऑक्सीजन वातावरण में दोगुनी हो जाए तो गाड़ियाँ कम पेट्रोल-डीजल में ज्यादा दूर तक जाएँगी ।
- हमारे शरीर में फुर्ती ज्यादा रहेगी ।
- कीड़ों-मकोड़ों का आकार बड़ा हो जाएगा ।
- कहा जाता है कि पूरी ऑक्सीजन हर 2000 साल में एक बार रिन्यू होती है यानी पुरानी ऑक्सीजन की जगह नई ऑक्सीजन आ जाती है । ऑक्सीजन न खुद नहीं जलती लेकिन ये दूसरी चीजों को जलने में मदद करती है । अगर ऑक्सीजन खुद जल सकती तो ये संभव होता कि माचिस की एक तीली जलाते ही वातावरण में फैली पूरी ऑक्सीजन में आग लग जाती ।
- एक तथ्य के अनुसार लगभग सभी कैंसर रोग ऑक्सीजन की कमी के कारण भी शुरू होते हैं ।
- दुनिया में सबसे अच्छी हवा वाला देश है इसतोनिया (Estonia) तथा सबसे खराब हवा वाला देश है मंगोलिया (Mangolia) ।
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मैं हवा हूँ मुझ पर क्या पहरे लगाओगे,
ReplyDeleteमहसूस ही कर सकोगे मुझे छू न पाओगे।
तथ्यात्मक लेख , शोधपरक, ज्ञानवर्धक भी।
nice
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